वो हमसे प्यार करते हैं, क्यों फिर हमसे छुपाते हैं
पहले दीदार करते हैं, क्यों फिर नजरें चुराते हैं
उनकी नजरों में भी हमने, देखा है प्यार को अपने
दिल से इजहार करते हैं, लवों से इन्कार करते हैं |
हम उनके पास जाते हैं, वो हमसे दूर जाते हैं
छोड़ दे उनको तन्हा हम, तो मिलने की दुआयें करते हैं
कभी आँखों में हैं आँसू, कभी दिल से वो रोते हैं
जब हमसे प्यार नहीं उनको, क्यों फिर वो आहें भरते हैं |
भीड़ न हमको भाती है, सिर्फ़ अब तन्हा रहते हैं
होते हैं जब हम तन्हा, उन्हें ही याद करते हैं
आँखों में तस्वीर है उनकी लवों पर नाम उनका है
लगता है अब शायद हमकों, हम भी उनसे प्यार करते हैं |
हम उनको देखा करते हैं, वो हमको देखा करते हैं
वो इतने शर्मिलें हैं कि कुछ न बोला करते हैं
न वो रह पायेंगे हमारे बिन न हम उनके बिन रह पायेंगे
फिर भी न वो इकरार करते हैं, न हम कुछ कह पाते हैं |
पहले दीदार करते हैं, क्यों फिर नजरें चुराते हैं
उनकी नजरों में भी हमने, देखा है प्यार को अपने
दिल से इजहार करते हैं, लवों से इन्कार करते हैं |
हम उनके पास जाते हैं, वो हमसे दूर जाते हैं
छोड़ दे उनको तन्हा हम, तो मिलने की दुआयें करते हैं
कभी आँखों में हैं आँसू, कभी दिल से वो रोते हैं
जब हमसे प्यार नहीं उनको, क्यों फिर वो आहें भरते हैं |
भीड़ न हमको भाती है, सिर्फ़ अब तन्हा रहते हैं
होते हैं जब हम तन्हा, उन्हें ही याद करते हैं
आँखों में तस्वीर है उनकी लवों पर नाम उनका है
लगता है अब शायद हमकों, हम भी उनसे प्यार करते हैं |
हम उनको देखा करते हैं, वो हमको देखा करते हैं
वो इतने शर्मिलें हैं कि कुछ न बोला करते हैं
न वो रह पायेंगे हमारे बिन न हम उनके बिन रह पायेंगे
फिर भी न वो इकरार करते हैं, न हम कुछ कह पाते हैं |